‘‘अर्न्तराष्टीªय महिला दिवस के अवसर पर पिछडे समुदायों की महिलाओं के लिए जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन।‘‘
सुमा ब्लैसिंग फाउन्डेशन जिसकी स्थापना 24 दिसंबर 2021 को हुई। यह एक गैर सरकारी संगठन है जो कि समाज को मजबूत बनाने में अपना सहयोग प्रदान कर रही है। सुमा ब्लैसिंग फाउन्डेशन सभी प्रकार के सामाजिक कार्य करती है जिससे समाज को मजबूत बनाने में सहयोग मिल सके परन्तु मुख्य रूप से संस्था शिक्षा स्वास्थ्य पोषक आहार वितरण करना महिला सशक्तिकरण को प्रोत्साहित करना तथा पर्यावरण जागरूकता पर विशेष रूप से कार्य कर रही है।
संस्था द्वारा 8 मार्च अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस के उपलक्ष्य में संस्था के द्वारा पिछडे समुदायो की महिलाएं जो कि एक गृहिणियां है उनके साथ इस दिवस को मनाया जिसमें संस्था के कर्मचारी जिसमें कि संस्था की परियोजना समन्वयक कुमारी आयुषी मेहता ने इस कार्यक्रम को आरम्भ करते हुए कार्यक्रम में आयी हुयी महिलाओं का स्वागत किया तथा महिला दिवस की शुभ कामनाये देते हुए कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
कुमारी आयुषी मेहता द्वारा महिलाओं को यह जानकारी दी गयी की 8 मार्च को ही हम क्यों अर्न्तराष्ट्रीय महिला दिवस मनाते है इसको मनाने का क्या कारण है कि जो अनेको देशो में आज के दिन महिला दिवस मनाया जाता है सरकार ने यह दिन महिलाओं को समर्पित किया है। महिला दिवस मनाने की जानकारी देने के बाद महिलाओं से जुड़ी मुख्य योजनाएं जैसे कि महिला शक्ति केन्द्र योजना, महिला हेल्पलाइन (181) एकल नंबर योजना, सखी वन स्टॉप सेन्टर योजना, मातृ वंदना योजना इत्यादि योजनाओं के विषय में महिलाओं को बताया तथा इन योजनाओं को लागू करने का कारण और कैसे यह योजनाएं महिलाओं को आत्मनिर्भर होने में सहयोग करेगी इससे सम्बन्धित समस्त जानकारीयां वहां उपस्थित महिलाओं को दी गयी। साथ ही इन योजनाओं से सम्बन्धित महिलाओं द्वारा कुछ प्रश्न थें जैसे कि
(1) यदि किसी महिला को उसके परिवार द्वारा घर से बेघर कर दिया जाता है तो वह उस दशा में क्या करें और किस की सहायता लें ?
(2) किसी की बेटी यदि किसी के बहकावे में आकर घर से भाग जाती है तो उस स्थिति में क्या करना चाहिए ?
(3) यदि कोई महिला अपना किसी भी प्रकार का रोजगार आरम्भ करना चाहती है तो उसे कैसे सरकार से सहायता प्राप्त हो सकती है उस के लिए सरकार ने क्या योजना लागू कि है? ऐसे ही बहुत से प्रश्न महिलाओं द्वारा पूछे गये जिनका की परियोजना समन्वयक कुमारी आयुषी मेहता द्वारा एक-एक कर सभी के प्रश्नों के उŸार देकर उन्हे सन्तुष्ट किया गया तथा उनके अधिकारों के विषय में बताकर उनके प्रति उन्हे जागरूक किया। इसके पश्चात महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए संस्था जो बहुत ही जल्द अपना एक नया प्रोजेक्ट आरम्भ करने जा रही है जिसमें कि महिलाओं को आत्मनिर्भर व स्वरोजगार से जोडने के लिए संस्था महिला स्वरोजगार प्रशिक्षण कराने जा रही है जिसमे महिलाओं को उनके कौशलता तथा इच्छुकता के अनुरूप प्रशिक्षण दिया जायेगा जिसे महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके तथा अपना रोजगार आरम्भ करके अपने परिवार को आर्थिक रूप से भी सहयोग कर सके इससे सम्बन्धित समस्त जानकारीयां वहां उपस्थित सभी महिलाओं को दी गयी।
इसके पश्चात कुमारी आयुषी मेहता द्वारा अपने शब्दों को विराम देते हुए महिलाओं को महिला सशक्तिकरण के विषय में और अधिक जानकारी देने के लिए संस्था कि मानव संसाधन प्रबंधक कुमारी शिवानी सिंह ने महिलाओं को बताया कि महिलाओ को कैसे आत्मनिर्भर होना चाहिए और क्यो महिलाओं को आज के समाज में आत्मनिर्भर होना जरूरी है इस विषय पर संस्था कि मानव संसाधन प्रबंधक द्वारा चर्चा की गयी।
इस कार्यक्रम में महिलाओं को आत्मनिर्भर होना, महिला सशक्तिकरण के विषय में जानकारी, महिला स्वरोजगार, महिलाओं के अधिकारों, महिला के लिए सरकार कौन-कौन सी योजनाएं लागू की है तथा संस्था महिलाओं के लिए किन-किन प्रोजेक्टो और क्षेत्रों में कार्य कर रही है इन सब विषयों कि जानकारी देने के साथ-साथ संस्था ने अपने साथ आयी एनसीसी की स्वयं सेवी छात्राओं द्वारा महिलाओं को कैसे आत्मसुरक्षा करनी चाहिए इसका भी प्रशिक्षण इस कार्यक्रम में एनसीसी की स्वयं सेवी छात्राओं द्वारा महिलाओं को दिया गया उनके द्वारा कुछ ऐसी क्रियाएं महिलाओं तथा उनकी बालिकाओं को बतायी गयी कि यदि वो कभी किसी ऐसी समस्या में फंस जाती है जहां पर वो अकेली हो तो कैसे वो खुद को उस समस्या से बाहर निकाले या अपने को बचा सके इसका एक छोटा सा उदाहरण देकर एनसीसी की स्वयं सेवी छात्राओं ने वहां उपस्थित महिलाओं को इस प्रशिक्षण दिया।
महिलाओं को आत्मनिर्भरता, महिला सशक्तिकरण, महिला स्वरोजगार, महिलाओं के अधिकारों के अधिकारो के प्रति जागरूकता, महिला के लिए सरकार कौन-कौन सी योजनाएं लागू की है, महिलाओं को कैसे आत्मसुरक्षा करनी चहिए इसका प्रशिक्षण तथा संस्था महिलाओं के लिए किन-किन प्रोजेक्टो और क्षेत्रों में कार्य कर रही है इन सब विषयों कि जानकारी देने के पश्चात महिलाओं के मनोरंजन के लिए महिलाओं के मध्य कुछ प्रतियोगिताओं का कार्यक्रम आयोजित किया गया जिससे उनका मनोबल बढे और जिससे बाहर के लोगो के सामने महिलाओं के भीतर की जो हिचकिचाहट है वह कम हो सके इसी भावना के साथ संस्था ने महिलाओं के मध्य कुछ प्रतियोगिताओं का आयोजन किया। अन्त में इस कार्यक्रम का समापन्न करते हुए जिन महिलाओं ने आयोजित की गयी प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन किया गया उन महिलाओं को संस्था द्वारा पुरुस्कार देकर सम्मानित किया गया तथा जो महिलाएं नही जीती उन महिलाओं को सांत्वना पुरुस्कार देकर आगे के अन्य कार्यक्रम में और अच्छा करने को प्रोत्साहित किया गया अन्त में महिलाओं को मिठाइयाँ वितरण कर इस कार्यक्रम का समापन किया गया।
0 comments
No Comment Have been Posted Yet